जीवन परिचय
श्रमण मुनि
श्री नेमीसागर जी
महाराज का जीवन परिचय
1. पूर्व नाम ब्र. भागचंद जैन
2. पिताश्री स्व. बाबूलाल जैन
3. माताश्री स्व. बेटीबाई जैन
4. जन्म स्थान सकरा तहसील- पाटन ,जिला जबलपुर
5. जन्म दिनांक सन् 1937
6. भाई कस्तूरचंद जी, रघुनाथ प्रसाद जी,दयाचंद जी
7. बहन स्व.श्रीमती बसंती बाई जी, श्रीमति शांतिबाई जी
8. पत्नी श्रीमती पुत्ती बाई जी
9. पुत्र रविकुमार (नोहटा), ब्र. राजेश
10. पुत्री श्रीमती शशिबाई(जबलपुर), श्रीमती रज्जोबाई(रहली),
श्रीमती सरोज बाई (गुड्डी) शिवनी।
11.लौकिक शिक्षा चौथी तक 12. व्यवसाय खेती, कपड़ा ,गल्ला व्यापारी। 13. दूसरी प्रतिमा 1988 सम्मेदशिखर में (आ. कल्याण सागर जी)
14. सातवीं प्रतिमा 1988 गोशलपुर में (आ.सम्मेद सागर जी)
15. क्षुल्लक दीक्षा 1986 , छतरपुर
16. ऐलक दीक्षा 1986 , मऊरानीपुर
17. क्षुल्लक एवं ऐलक आ. अजित सागर जी दीक्षा गुरू 18. मुनि दीक्षा नरवरगढ़ , शिवपुरी में 1990 (चैत्र सुदी 14)
19. मुनि दीक्षा गुरू आ. सुमति सागर जी 20. ऐलाचार्य पद 1994 सोनागिर जी , (आ.सुमति सागर जी)
21. आचार्य पद सागर समाज द्वारा (वर्तमान में आचार्य पद का त्याग कर दिया)
22. प्रदत्त दीक्षायें मुनि भव्यसागर(सम्मेद शिखर), मुनि संयमसागर(चंदेरी),मुनि आदिसागर(गुना), क्षुल्लक......... जी
23. आजीवन त्याग तेल, गुड, दही
24. उपवास लगभग 350
25. चार्तुमास स्थल सोनागिर, भिण्ड, जबलपुर, बरा, कंदवा, कैरमना, गोटेगॉव,सहजपुर, गढा़कोटा, कंटगी, तालबेहट, ललितपुर,अशोकनगर,गुना,
झालावाड,बडागॉव बागपत, सागर
26. वर्तमान साधनारत श्रमण अनगाराचार्य
श्री विनिश्चयसागर जी के संघ में।
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